शब्द का अर्थ
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उत्सर्पी (र्पिन्) :
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वि० [सं० उद्√सृप्+णिनि] १. ऊपर की ओर जाने या बढ़ने वाला। २. बहुत अच्छा या बढ़िया। श्रेष्ठ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |
उत्सर्पी (र्पिन्) :
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वि० [सं० उद्√सृप्+णिनि] १. ऊपर की ओर जाने या बढ़ने वाला। २. बहुत अच्छा या बढ़िया। श्रेष्ठ। |
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समानार्थी शब्द-
उपलब्ध नहीं |